Rekha shows interest on a official tour

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मैं बस में सब से पीछे बैठा था | बाकि सारे दोस्त सामने बैठ के अन्ताक्षरी खेल रहे थे | मैं मोबाइल में गेम खेल रहा था | उस दिन शुक्रबार था | हम सब लोनावला जाने के लिए निकले थे | वहां कंपनी के और से दो रातों का रहना और खाना पीना बंदोबस्त था | मुंबई छोड़े हुए तकरीबन एक घंटा हो चूका था और रस्ते में गाड़ी अटक गयी थी | सब गाड़ी से निकल के चाय पानी के लिए ढाबे पे चले गए थे | मैं भी निकला तो देखा सामने के सिट पे रेखा शोई हुयी है | उसे जगाया और निचे ले गया | रेखा तमिल है | कंपनी में मेरी सबसे अची दोस्त वोह ही है | गाड़ी थोड़ी देर रुकने के बाद फिरसे चलने के लिए तैयार हो गया था | रेखा ने मुझसे पूछा तुम कहाँ पे बैठे हो ? मैंने कहा मैं तो पीछे हूँ, तो वो बोली मैं भी आ जाती हूँ | फिर वोह मेरे पास आके बैठ गयी | ठण्ड थी थोड़ी तो रेखा ने अपने कम्बल से मुझे भी ढँक दिया | मुझसे लिपट के बैठ गयी | उसकी बदन की गर्मी मुझे महसूस हो रही थी | जनता था आफिस में कोई भी रेखा से मिलता जुलता नहीं था, क्यों के वो काली थी | और बहुत लम्बी भी | मुझे लेकिन अच्छा लगने लगा | मैं भी उससे लिपट के बैठा था | सामने सिट वाले सब चिल्ला रहे थे, गाने गा रहे थे |
गाडी आगे बढ़ रही थी | थोड़ी देर बाद लगा के रेखा सो गयी | उसको कायदे से सिट पे बिठाने की कोशिस करते हुए मेरे हात उसके छाती पे पड़े | उसके स्तन ३२ साइज़ के होंगे | बहुत मुलायम थे | मैंने यूँ तो कई लड़कियों की छाती पे हाथ फेरा था, लेकिन रेखा के बदन से खेलना मुझे अच्छा लग रहा था | गाडी फिर से अटक गयी और सब उतर गए | मैं भी उतरना चाहता था लेकिन रेखा ने मुझे जकड लिया था | मैं बैठा थे, और रेखा के बालों में ऊँगली कर रहा था, उससे भी सायद अच्छा लग रहा होगा | वो मेरे सीने से चिपटी हुयी थी | जब गाडी बहुत देर रुक गयी तो मैं निचे जाने के लिए उठाना चाह तो रेखा बोली, बैठे रहोना कैसे मजा आ रहा है | मैंने कहा, देखें तो निचे क्या हो रहा है ? वो बोली पंक्चर हो गया होगा | तुमे मेरे पास बैठो | वो हकसे मुझे ऐसे कह रहीथी | मैं भी चुप हो गया | फिर थोड़ी देर बाद रखने पूछा मैं काली हूँ इसीलिए मुझसे कोई नहीं मिलता तुम भी नहीं ? मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं है | तुम बहुत अछि हो | काली हो तो क्या हुआ, तुम दिल की तो अछि हो न | रेखा बोली दिल कौन देखता है यार | सब सिर्फ बदन देखते हैं | काली लड़की से कोई दिल नहीं लगता | मैं ऐसी हूँ तो इसमें मेरा क्या कसूर है ? 

मैं चुप था | वो बोली कोई मुझसे दोस्ती नहीं करता न कोई मुझसे मिलने आता है | मैं हॉस्टल में अकेले रहती हूँ, कोई मुझे डेट पे भी नहीं ले जाता है | मैंने कहा डेट पे जानेवाली लडकियां अलग होती है | उनको सिर्फ... मैं चुप हो गया | रेखा बोली क्या सिर्फ ? मैंने कहा तुम्हे पता है न डेट पे क्या होता है ? रेखा बोली, मैं अब इतनी भी भोली नहीं हूँ | मैंने कहा देखो जो लड़कियां सेक्स करना चाहती है डेट पे जाती है | वैसी लड़कियों को सब डेट पे ले जाते है | रेखा बोली तो ? क्या मुझे सेक्स करने के लिए मना है ? मैं चुप था | बात तो सही है | मैंने कहा, तो फिर तुमने किसीको डेट पे क्यों नहीं बुलाया ? वो हस्ते हुए बोली बात तो कोई करता नहीं, किसे बुलाती ? तू आता क्या ? मैं सोच में पड़ गया | रेखा ने सर उठाके मुझे देखा | मैं कुछ कहता इससे पहले ही बस का ड्राईवर गाड़ी स्टार्ट करदिया | सब गाडी में आने के बाद गाडी आगे बढ़ी | मैं खामोश था | 

थोड़े देर बाद जब सब फिरसे चीखने चिल्लाने लगे तब रेखा बोली, बोलो न मेरे साथ डेट पे जाओगे ? मैं हैरान था | क्या जवाब दूँ सोच नहीं पा रहा था | मैंने कहा तुम्हे पता है न डेट पे क्या क्या करना पड़ेगा ? वो बोली रुक जा, और अपने मोबाइल निकल के उसमे सेक्स क्लिप दिखाके बोली यही सब ना ? मैं खामोश हो गया | फिर पूछा तुझे ये सब करना है ? वो बोली, अरे यार मैं भी तो इंसान हूँ, लड़की हूँ तो क्या हुआ, मुझे बी सेक्स करने का मन करता है | तू बोल करेगा क्या ? मैं मन में सोच लिया के लड़की काली है तो क्या हुआ, सेक्स करने के लिए खुद बुला रही है मैं क्यों मना करूँ ? मैंने हस के कहा चलो ठीक है, लेकिन तुझे यह सब करना पड़ेगा | वो बोली सब करुँगी | तू सोच भी नहीं पायेगा जो कुछ करुँगी | मुझे अच्छा लग रहा था | मैंने कहा चल ठीक है, डेट पे जायेंगे | मौज करेंगे, मस्ती करेंगे, तू भी क्या याद रखेगी किस बन्दे से दोस्ती हुयी थी | गाडी में अँधेरा था तो रेखा ने अपने होठ ऊपर किया और मुझे किस करने लगी | वो तो तुरंत ही हॉट हो गयी थी | मुझे बोली ये दो दिन जो हम लोनावला में रहेंगे, तू मुझे एक पल भी छोड़ना नहीं | मैंने भी सोचा ऐसा मौका फिर कहाँ मिलेगा ? मैंने कहा चल ठीक है | 

रात के करीब नौ बजे हम लोनावला में पहुंचे | कंपनी ने एक फार्म हाउस और कुछ कमरे ले रखे थे | सब अपने अपने कमरे लेने के लिए उताबले हो रहे थे | मैंने भी अपने लिए एक अलग कमरा मांग लिया, तो रिसेप्शन में बैठी लड़की बोली आपको रूम शेयर करना पड़ेगा | मैंने कहा ठीक है करलूँगा, तभी रेखा आई और बोली मनोज में तेरे रूम में रुक सकती हूँ, मुझे कोई अपने साथ नहीं ले रहा है ? रिसेप्शन वाली लड़की देखने मैं मस्त थी, उसने मेरे और देखा और इशारो में पूछा, क्या आप इस काली बिल्ली के साथ रहेंगे ? मैंने उदारता दिखाते हुए कहा, चल ठीक है, तू मेरे कमरे में रुकजा | हमें चाबी मिल गयी | रेखा आगे चली गयी मैं वही था | रेसप्तिन वाली लड़की पास एके बोली, सर आप चाहते तो आपके साथ किसी और लड़की को सेट करवा देते ? मैंने कहा नहीं वो अछि लड़की है | तो वो खुस होक बोली आप का दिल बहुत बड़ा है सर | मैंने कहा आप भी बहुत अछे हो | हम यहाँ दो दिन है, आपसे मुलाकात होगी | वो सर्माके चलीगयी |

मैं अपने कमरे में गया तो रेखा कपडे बदलके रात के खाने के लिए तैयार हो चुकी थी | मैं भी तुरंत ही तैय्रार हो गया | और हम दोनों साथ में डिनर करने निकल गए | आगे क्या हुआ वो मैं आपके इस कहानी के अगेल हिस्से में बताऊंगा |

कैसी है मेरी कहानी मुझे जरूर बताइयेगा |

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