Making it both ways with Rekha

हम रात का खाना खाने के बाद लॉन पे थोड़ी देर सब के साथ बैठे थे लेकिन रेखा मुझे कमरे में जाने के लिए इशारों में बता रही थी | मैं भी जोश में था तो मैंने कहा तुम चलो मैं आता हूँ | वो उठके चली गयी | थोड़ी देर बाद जब मैं वहां से निकल ही रहा था तो रिसेप्शन वाली लड़की मिली, उसका नाम था नीता | मुझसे अछे से बात करने लगी तो मैंने कहा आप अगर फ्री हो तो हम कहीं चले कॉफ़ी पिटे हैं ? वो हाँ बोली और हम दोनों रेस्टोरेंट की तरफ बढे | हमने कॉफ़ी ख़तम करने के बाद जब बहार निकल रहे थे तो मैंने नीता को कोने में खिंच लिया और किस करने लगा | वो भी मस्ती में थी, बढ़िया किस करने लगी |

नीता को शुभरात्रि कह के कमरे में आया तो कमरा अँधेरा था | मैं अंदर दाखिल होने के बाद कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और बती जलाली तो जो देखा चौंक गया | रेखा बिस्तर पे बैठी थी ? एक चादर लपेट के | मुझे देखा तो चादर को छोड़ दिया | वो पूरी नंगि थी | उससके मम्मे इतने छोटे छोटे थे और यूँ लगता था के उसके छाती से चिपके हुए थे और गोल गोल दिख रहे थे | मैंने भी वक़्त बर्बाद न करते हुए अपने कपडे तुरंत उतार दिए और उसके पास जा पहुंचा | पहले तो हम दोनों ने जम के किस किये फिर मैंने रेखा के पुरे बदन को चटा | ओह वो बहुत सेक्सी लग रही थी | उसके मम्मो को पूरा अपने मुह में ले लिया और चूसने लगा तो वो सिसकने लगी | फिर उसके पेंटी उतार दी तो देखा की उसके चूत पूरी साफ है | उसने शेविंग कर राखी है, मैंने सीधा उसके चूत पे मुह रखा औ चूसने लगा | वो आह आः की आवाज़े निकलने लीग थी | मैं उसके चूत को चाट रहा था, चूस रहा था | तभी उसने अपना कुल्हा उछल उछल के मेरे मुह में अपना चूत घुसाना चाहा | मैं भी उसके कमर को कास के पकड़ लिए और जोर जोर से चूसा, तो थोड़ी देर में उसके चूत में जबार आने लगा | और वो थक गयी | उसकी चूत गीली हो गयी थी | एक ओर्गास्म उसने अनुभव कर लिया ता |

फिर उसने मुझे निचे धकेला और मेरा बदन को चूमने लगी और मेरे लुंड को अपने मुह में लेकर जबरदस्त चूसने लगी | ओह क्या लग रहा था | उसके मुह में जादू था, मेरा लंड ताना हुआ था | और उसके चूसने से और भी तना हो गया | फिर मैंने उसे बिस्तर पे लिटा दिया और उसके जांघों को अलग करते हुए उसके चूत को खोल दिया और अपने लंड वहीँ गढ़ दिया | वो मुझे देखके हस रही थी और मैंने एक धक्के से लंड को पूरा उसके चूत में घुसेड दिया | वोह चिल्ला उठी लेकिन मैं कहाँ सुनने वाला था, मैंने जोर जोर से छोड़ने लगा | वो बोली बहुत मजा आरा हा है | मैंने कहा, अगले दो दिन तुझे मैं ऐसे हिन् दिन और रात चोदुंगा | वो हस रहीथी और में चोद ते जा रहा था | वो सोये सोये मजे ले रही थी और मैं छोड़ने में ब्यस्त था |

फिर उसने मुझे अपने दोनों टांगों से जकद्लिया और उसका चूत बी टाइट होने लगा | मुझे मालूम हो रहा था के वो फिर से ओर्गास्म पा रही है और मैं भी जोर से चोदने लगा और फिर जैसे ही उसने अपना चूत का पानी छोड़ा मैंने भी उसके चूत में अपना पानी छोड़ दिया | मैं थक गया था और उसके साइड में सो गया | नींद भी आ रही थी | लेकिन मुझे फिर से नींद खुल गया जब मैंने महसूस किआ के रेखा फिर से मेरे लंड को मुह में लेके चूस रही थी | तब सायद रात के साढ़े ग्यारह बजे थे | मैं करीब एक घंटा सो गया था | वो बैठ के टीवी देख रहीथी | फिर उसके चूसने से मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा तूने मेरी नींद तोड़ी मैं तेरा गांड मार दूंगा | वो हसके बोली मार पाओगे ? मुझे भी जोश आ रहा था |

मैंने कोल्ड क्रीम लिया और बहुत सारा अपने लंड पे लगाया और उसके गांड पे फिर अपना लंड वहां रखा और धकेला | पहले पहले थोडा टाइट लगा तो मैंने उसके कुल्हे पे थापड़ दो तिन लगाये और वो चिल्ला उठी और फिट मैंने उसके गांड को अलग करते हुए जोर लगाया, वो हस रहीथी और उससे दर्द बी हो रहाथा | पर मैंने भी थान लिया था के आज गांड मरुंगा जरुर | फिर मेरा लंड का सिरा उसके गांड में घुस्गाया और वो चिल्लाके बोली मैं मर जाउंगी बहार निकल, पर तब तक मैंने उसके कमर को कास के पकड़ लिया था और फिर धक्का दिया तो अध अन्दर चला गया | फिर मैंने दोबारा धक्का दिया तो पूरा लंड अन्दर घुस गया | वो चीख रही थी चिला  रहीथी पर मैंने कहा आज तो तेरा गांड फाड़ दूंगा | फिर मैंने उसके गांड को धीरे धीरे चोदना सुरु किया, वो भी थोड़ी शांत हो गयी थी | उसके चूत से ज्यादा टाइट उसका गांड था और मैं मजे से चोदे जा रहा था | 

उसको कुत्तिया की तरह खड़ा करके उसके गांड को मैं फाड़ रहा था और बो मेरा साथ दे रही थी | मैंने अपने हह्तों से उसके मम्मो को मसल रहा था और एक और हाथ से उसके चूत को मसल रहा था तो वोह चिला उठी और बोली मेरा पानी निकलने वाला है तो मैंने कहा अभी तो बहुत पानी निकलगे | तू बस ऐसे ही मेरा साथ देती रहना | और मैं जोर जोर से उसके गांड मारा | फिर वो चिल्ला उठी और उसके चूत से पानी निकल के इधर उधर गिरने लगा और वो थोड़ी ढीली हो रही थी तो मैंने जोर जोर से गांड मारी और फिर अपना रस उसके गांड में छोड़ दिया |

कमरे में  आने के ढाई घंटे मैं मैंने रेखा को चोद भी लिया था और उसका गांड भी मार दिया था | अगले दो दिन मैं उसे हर वक़्त चोद ता रहा और हो भी मेरा साथ खूब दे रही थी |

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